Image राणाराम लुहार

राणाराम लुहार

मातृशक्ति कुण्डलिनी के विराट् दर्शन

पता

राणाराम लुहार गांव- कालीबेरी, तहसील- सूरसागर जिला- जोधपुर

मैं सर्वप्रथम गुरुदेव को बारम्बार नमन् व प्रणाम करता हूँ। गुरुदेव ने मेरा जीवन ही बदल दिया। जब मैं गुरुदेव का ध्यान करता हूँ तो अद्भुत दर्शन व अनुभूतियाँ होती हैं।

  • एक बार ध्यान के दौरान मैंने मेरे जैसे शरीर को मेरे शरीर से अलग होते देखा। फिर मेरा शरीर शब्द में रूपान्तरित हो गया और शब्द सिर के ऊपर चक्कर काटने लगा और यह स्थिति मेरी -तीन दिन तक रही।

  • फिर वह शब्द सर्प रूप में बदल गया और सर्प ही शब्द को रटने लगा। भगवान विष्णु की कई तस्वीरों में जैसे विशाल सांप छत्र-छाया किये हुए है वैसा ही सांप मेरे सिर पर दिखा।

ध्यान में नगाड़े की आवाज सुनाई देती है। गुरुदेव का सानिध्य हर समय रहता है। ये साधारण धवल वेश में दिखने वाले गुरुदेव कलियुग के साक्षात् कल्कि भगवान हैं।
  • कई बार गुरुदेव, श्री कृष्ण के बाल रूप में दिखते हैं। एक बार घोड़े पर सवार, हाथ में तलवार लिये नजर आए, एक बार गुरुदेव विशाल आसन पर विराजमान थे तथा विशाल सांप ऊपर छत्र छाया किये हुए था।

  • ध्यान में नगाड़े की आवाज सुनाई देती है। गुरुदेव का सानिध्य हर समय रहता है। ये साधारण धवल वेश में दिखने वाले गुरुदेव कलियुग के साक्षात् कल्कि भगवान हैं।

Share